New Year 2023: हर व्यक्ति चाहता है कि आने वाला नया साल उसके लिए सुख, समृद्धि और धन से भरपूर हो। ऐसा माना जाता है कि साल के पहले दिन आप जो भी कार्य करते हैं उसका फल आपको पूरे साल मिलता है। ऐसे में ज्योतिष के ये उपाय आपके लिए वरदान साबित हो सकते हैं। आइए देखें कि वे क्या हैं..

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नया साल 2023: कुछ ही दिनों में नया साल शुरू होने वाला है। हर इंसान चाहता है कि आने वाला नया साल उसके लिए खुशियों की सौगात लेकर आए। साल भर मां लक्ष्मी की कृपा आप पर और उनके परिवार पर बनी रहे और जीवन में खूब तरक्की करें। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करने से आने वाला साल आपके लिए सुखद हो सकता है। माना जाता है कि इन ज्योतिषीय उपायों को करने से आपका पूरा साल धन और समृद्धि से भरा रहेगा। आइए जानते हैं कुछ ज्योतिषीय उपाय।
बजरंगबली की पूजा
साल के पहले दिन संकटों का निवारण करने वाले भगवान हनुमान की पूजा करना बहुत ही शुभ और लाभकारी माना जाता है। इस दिन बजरंगबली की पूजा करें और उन्हें चोला चढ़ाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर विशेष कृपा बरसाते हैं।
दान भी फलदायी होता है
साल के पहले दिन दान और दक्षिणा का बहुत महत्व होता है। इस दिन किसी जरूरतमंद या गरीब व्यक्ति को कंबल या गर्म कपड़े दान करना शुभ माना जाता है। साथ ही चावल, दूध आदि का दान भी फलदायी होता है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और घर का वातावरण भी खुशनुमा बना रहता है।
सूर्य उपासना सुख-समृद्धि की कारक है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को जल चढ़ाने से व्यक्ति के सभी रोग दूर हो जाते हैं और दरिद्रता भी दूर हो जाती है। वैसे तो रोज सुबह सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए, लेकिन अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो साल के पहले दिन सूर्यदेव को जल चढ़ाने की कोशिश करें। माना जाता है कि ऐसा करने से ग्रहों का शुभ प्रभाव आप पर पड़ता है।
घर में स्थापित करें श्री यंत्र
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आप धन, यश और वैभव चाहते हैं तो घर में श्री यंत्र की स्थापना करें और प्रतिदिन उसकी पूजा करें। पूजा के लिए रोज सुबह स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें, इसके बाद यंत्र को गंगाजल से स्नान कराएं। इसके साथ ही ‘ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं नम:’ का जाप करें।
(यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और लोक मान्यताओं पर आधारित है, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसे आम जनहित को ध्यान में रखते हुए यहां प्रस्तुत किया गया है।)