मनुष्य जितना कमजोर और अक्षम है, उतना ही अधिक शक्तिशाली और सक्षम परमेश्वर है। व्यक्ति की अटूट भक्ति और विश्वास ही उस ईश्वर की कृपा पाने का साधन बन जाता है। आइए जानते हैं भगवान से जुड़े 5 अनमोल वचन।

भगवान पर प्रेरणादायक उद्धरण
हर धर्म में परमपिता परमात्मा को किसी न किसी रूप में माना और पूजा जाता है। फिर चाहे हम उसे भगवान कहें या अल्लाह, उस पर अटूट विश्वास हमें जीवन जीने की शक्ति और सही दिशा देता है। ईश्वर के बारे में प्राय: यह प्रश्न किया जाता है कि ईश्वर का वास कहाँ है? आखिर क्यों नहीं दिख रहे हैं? संतों और महापुरुषों ने बताया है कि ईश्वर का वास सत्य और हर व्यक्ति के हृदय में है। ऐसी मान्यता है कि जहां सत्य और सच्ची आस्था होती है, वहां ईश्वर की कृपा बरसती है। ऐसे में यह बात अच्छी तरह समझ लेनी होगी कि ईश्वर प्राप्ति के लिए हमें अपने अंतःकरण को शुद्ध करना होगा। आइए पढ़ते हैं ईश्वर और उनकी शक्ति पर आधारित प्रेरक वाक्य।
- ईश्वर सत्य है और वह लोगों के दिलों में रहता है। ईश्वर में सच्ची आस्था और विश्वास हो तो उनकी कृपा अवश्य बरसती है।
- भगवान को पाने के लिए केवल सिर झुकाना ही काफी नहीं है। सिर सहित मन को झुकाने पर उनकी कृपा बरसती है।
- आप ईश्वर में तभी विश्वास कर सकते हैं जब आपको स्वयं पर विश्वास हो क्योंकि ईश्वर कहीं बाहर नहीं बल्कि आपके हृदय में निवास करता है।
- जिस प्रकार दूध में घी होने पर भी घी किसी को दिखाई नहीं देता, किसी फूल को सूंघने पर भी दिखाई नहीं देता, उसी प्रकार हमें अपनी बुराई, दूसरों की अच्छाई, बीज में छिपे वृक्ष और भगवान हर जगह मौजूद हैं। आता हे।
- जिस प्रकार जहाज चाहे किसी भी दिशा में चले, दिक्सूचक की सूई हमेशा उत्तर दिशा में ही रहती है, इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति कहीं भी जाए लेकिन उसका मन ईश्वर की ओर हो तो उसे जीवन में कोई भय नहीं रहता।
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