आज हम आपको वास्तु में उत्तर दिशा के महत्व के बारे में जानकारी देंगे कि उत्तर दिशा में क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए।

छवि क्रेडिट स्रोत: pexels.com
वास्तु टिप्स: वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व होता है और प्रत्येक दिशा का अपना महत्व होता है। कुल 4 दिशाएं उत्तर, पश्चिम, पूर्व और दक्षिण हैं। इसके अलावा 4 उपदिशाएं भी हैं जिनमें ईशान कोण, दक्षिण पूर्व, दक्षिण पश्चिम और उत्तर पश्चिम। वास्तु शास्त्र में सभी दिशाओं को लेकर कुछ नियम और खास बातें बताई गई हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर दिशा भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की दिशा मानी जाती है। इस दिशा से अधिकतम सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। इस कारण यह दिशा पूजा, जप और योगाभ्यास के लिए सबसे उपयुक्त मानी गई है। आज हम आपको वास्तु में उत्तर दिशा के महत्व के बारे में जानकारी देंगे कि उत्तर दिशा में क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए।
शौचालय की दिशा
अधिकतम सकारात्मक ऊर्जा उत्तर दिशा से प्रवेश करती है। इस कारण घर बनवाते समय कभी भी शौचालय को उत्तर दिशा में नहीं रखना चाहिए। इसे वास्तु का सबसे बड़ा दोष माना जाता है। जिन घरों में उत्तर दिशा में शौचालय होता है वहां आर्थिक परेशानियां हमेशा बनी रहती हैं। वास्तु के इस दोष के कारण घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है। अगर आपके घर की उत्तर दिशा में शौचालय है तो वास्तु की मदद से इस दोष को दूर किया जा सकता है। एक कांच के कप में साबुत नमक भरकर बाथरूम के कोने में रख दें, फिर उसे समय-समय पर बदलते रहें। इस उपाय से वास्तुदोष दूर होगा।
जूते-चप्पल उत्तर दिशा में न रखें
उत्तर दिशा में भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी का वास माना जाता है। भगवान कुबेर को धन और सुख-समृद्धि का देवता माना जाता है। ऐसे में इस दिशा में कभी भी जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए। उत्तर दिशा में जूते उतारने से व्यक्ति के करियर में बाधाएं आती हैं।
उत्तर दिशा में भारी सामान न रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार हमेशा उत्तर दिशा में हल्की और कम चीजें रखनी चाहिए। ऐसे में इस दिशा में भारी पलंग या किसी तरह का फर्नीचर नहीं रखना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश में बाधा उत्पन्न होती है। मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिशा में जगह खाली और खुली होनी चाहिए।
कबाड़ और कूड़ेदान न रखें
उत्तर दिशा में कबाड़ की चीजें नहीं इकट्ठी करनी चाहिए और न ही किसी तरह की टूटी-फूटी चीजें रखनी चाहिए। इसके अलावा इस दिशा में कोई भी कूड़ेदान नहीं होना चाहिए। धन, तिजोरी और बच्चों की पढ़ने की मेज वास्तु दिशा में रखना अधिक शुभ होता है।
उत्तर दिशा में क्या रखना शुभ होता है
- वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की दिशा माना गया है। इसलिए इस दिशा को सबसे शुभ दिशा माना जाता है।
- तिजोरी को उत्तर दिशा में रखना बहुत शुभ माना जाता है। इससे घर में हमेशा मां लक्ष्मी का वास बना रहता है।
- घर में सुख-समृद्धि और बरकत पाने के लिए घर की उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा रखें।
- मनी प्लांट को उत्तर दिशा में लगाना भी बहुत शुभ माना जाता है।
- उत्तर दिशा में शीशा लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
- उत्तर दिशा की दीवारों पर हल्का नीला रंग करवाएं।