आचार्य चाणक्य ने बताया है कि किन लोगों को जीवन में हर मोड़ पर अत्याचारों का सामना करना पड़ा। कितना भी बुरा वक्त क्यों न आ जाए, ऐसे हालात में इंसान को किस तरह का स्वभाव नहीं अपनाना चाहिए।

चाणक्य नीति
आचार्य चाणक्य के बताए मार्ग पर चलकर कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इन नियमों और नीतियों को अपनाकर बहुत से लोगों ने सफलता प्राप्त की है। अगर आप भी अपने जीवन को सुखमय बनाना चाहते हैं चाणक्य नीति कुछ जरूरी नियमों का पालन जरूर करें। चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति का व्यवहार ही उसके व्यक्तित्व की पहचान होता है। मनुष्य जैसा आचरण करता है, उसे वैसा ही फल भोगना पड़ता है।
आचार्य चाणक्य ने बताया है कि किन लोगों को जीवन में हर मोड़ पर अत्याचारों का सामना करना पड़ा। चाणक्य कहते हैं कि समय कितना भी बुरा क्यों न आ जाए, ऐसे हालात में इंसान को किस तरह का स्वभाव नहीं अपनाना चाहिए।
ऐसा स्वभाव कभी मत अपनाओ
- चाणक्य के अनुसार जो अत्यंत सरल, सरल और सहज मानव स्वभाव के हैं, उन्हें समाज में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
- चाणक्य ने मनुष्य के अधिक सीधेपन की तुलना जंगल में एक पेड़ से की है जिसे आसानी से काटा जा सकता है। जो पेड़ सीधे होते हैं उन्हें पहले काटा जाता है क्योंकि इसमें मेहनत कम लगती है।
- चाणक्य नीति के अनुसार जो व्यक्ति ज्यादा भोला होता है उसे कमजोर माना जाता है। चाणक्य ने प्रत्यक्ष प्रकृति को मूर्खता की श्रेणी में अधिक माना है।
- कहते हैं कि अगर इंसान बुरे वक्त में अपने स्वभाव को नहीं छोड़ता है तो उसे हर समय परेशानी से गुजरना पड़ता है।
- चाणक्य कहते हैं कि जीवन में अपने लक्ष्य को पाने के लिए और इस स्वार्थी दुनिया में खुद को सुरक्षित रखने के लिए थोड़ा चतुर और चालाकी से काम लेना चाहिए।