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वर्ष 2022 ग्रह-नक्षत्रों की चाल से गतिमान रहा।
सूर्य व चंद्र ग्रहण सहित ऐसे कई योग बने, से जन जीवन प्रभावित रहा।
वर्ष 2022 ज्योतिष शास्त्र से बंधा हुआ है। इस साल पहली बार ऐसा हुआ, जब दो सूर्य व दो चंद्र ग्रहण साथ हुए। वहीं, करीब 30 साल बाद शनि कुंभ राशि में गोचर हुआ। इसके अलावा भी योजनाओं की चाल से ऐसे कई योग बने, जिन्हें व्यक्तिगत जीवन से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की निगरानी-पुथल के लिए जिम्मेदार माना गया। आज हम आपको 2022 के 10 विशेष योगों के बारे में यहां बता रहे हैं।
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2022 के प्रमुख योग
1. दो सूर्य ग्रहण : साल 2022 में दो बार सूर्य ग्रहण के योग बने। ये पहला ग्रहण 30 अप्रैल व दूसरा 25 अक्टूबर को हो रहा है।
2. दो चंद्र ग्रहण : सूर्य ग्रहण की तरह इस बार चंद्र ग्रहण के भी दो योग बने। पहला चंद्र ग्रहण 16 मई व दूसरा ग्रहण 8 नवंबर 2022 को हुआ।
3.रुचक योग: मंगल का अपनी या अपनी उच्च राशि में होना रूचक योग होता है। इस बार 26 फरवरी से 7 अप्रैल 2022 तक मंगल का ये योग लोगों के लिए मंगलकारी रहा।
4.बुद्धित्य योग: 8 अप्रैल से 25 अप्रैल 2022 तक इस बार बुधादित्य योग हो रहा है। इस दौरान बुध सूर्य के साथ गोचर में रहा। ये योग जातक का विवेक बढ़ाने वाला योग होता है।
5.शुक्र राशि परिवर्तन: 27 अप्रैल 2022 को शुक्र ग्रह ने राशि परिवर्तन करते हुए शनि की कुंभ राशि से निकलकर गुरु की मीन राशि में संचार किया। प्रेम, विवाह, रोमांस व सुख-समृद्धि के प्रतीक शुक्र इस दौरान कई राशियों के लिए शुभ तो कइयों के लिए अशुभ रहा।
6. 30 साल बाद शनि का गोचर: 29 अप्रैल 2022 को करीब 30 साल बाद शनि का कुंभ में गोचर हुआ। शनि ने सुबह 7 बजकर 52 मिनट पर मकर राशि की यात्रा पूरी कर राशि कुंभ में प्रवेश किया। ये योग 12 जुलाई तक रहा है। इससे धनु राशि की साती कुछ दिनों के लिए खत्म होने का मतलब राशि के लिए शुरुआत हुई।
7.गुरु मंगल योग: मंगल व गुरु गृह की युति से बनने वाला ये योग अप्रैल व मई माह में बना। 13 अप्रैल को गुरु और 17 मई 2022 को मंगल ने मीन राशि में प्रवेश कर ये मंगलकारी योग बनाया।
8.शश योग: शनि का अपना मकर या अपनी उच्च राशि में होना शश योग है। ये योग जातकों के लिए शुभ रहता है। इस बार 29 अप्रैल से 12 जुलाई 2022 तक का समय बाकी समय शनि का शश योग रहा, जो शनि वाले लोगों के लिए शुभ रहा।
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9.नव पंचम राजयोग: 11 नवंबर को गुरु का शुक्र और 13 नवंबर 2022 को बुध के साथ गोचर से नवपंचम योग बना। इसी तरह 16 नवंबर को सूर्य की वृश्चिक राशि में प्रवेश करने पर गुरु व सूर्य ने भी नवपंचम राजयोग का निर्माण किया। ये योग गुरु, बुध, शुक्र व सूर्य प्रधान राशियों के लिए राजयोग सक्रिय होने वाला रहा।
10. शुक्र अस्त : सूर्य के निकट आने पर ऐसा देखने को मिला।
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प्रथम प्रकाशित : 27 दिसंबर, 2022, 06:35 IST